बिहार: बेगूसराय पत्रकार हत्याकांड का खुलासा, खगड़िया में सरेंडर कर नितेश बोला- एक ही लड़की से दो का था चक्कर
बिहार के चर्चित बेगूसराय पत्रकार हत्याकांड का खुलासा हो गया है। खगड़िया पुलिस के पास पहुंचे आरोपित नितेश ने सरेंडर करते हुए जो कुछ कहा वो चौंकाने वाला रहा। एक ही लड़की से पत्रकार समेत दो के अफेयर के चलते हत्या की गई...

जागरण संवाददाता, खगड़िया : बेगूसराय के सांखों गांव में पत्रकार सुभाष कुमार की गोली मारकर हत्या मामले का आरोपित नितेश कुमार ने चित्रगुप्तनगर-खगड़िया पुलिस के समक्ष समर्पण कर दिया। बेगूसराय पुलिस की भारी दबिश के बीच नितेश ने शनिवार को खगड़िया पुलिस के समक्ष समर्पण कर दिया। उसने हत्याकांड के पीछे का कारण भी बताया। चित्रगुप्तनगर थानाध्यक्ष संजीव कुमार ने बताया कि वरीय अधिकारियों को सूचना दी गई है। बेगूसराय के संबंधित थाना पुलिस को सूचना दी गई है। वहां की पुलिस के आने के बाद उसे सौंप दिया जाएगा। मिली जानकारी के अनुसार एक रणनीति के तहत नितेश गांव और ससुराल के कई लोगों के साथ चित्रगुप्तनगर थाना पर शनिवार की दोपहर पहुंचा और थानाध्यक्ष संजीव कुमार को बताया कि सर, हम समर्पण करने आए हैं।
नितेश ने आगे कहा कि मेरा नाम बेगूसराय- सांखों के पत्रकार सुभाष कुमार हत्याकांड में है। मालूम हो कि 20 मई को उस समय सुभाष की गोली मारकर निर्मम हत्या कर दी गई, जब एक शादी में बज रहे डीजे पर वह नाच- गान कर रहे थे। उसके बाद से ही आरोपितों की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस सक्रिय हो उठी। आरोपितों पर दबाव बढ़ाने को लेकर पुलिस ने आरोपितों के घर पर इश्तेहार चिपका कर 24 घंटे का समय दिया था। नितेश सांखों का ही रहने वाला है।
पत्रकार हत्याकांड के पीछे दोहरा प्रेम प्रसंग
बेगूसराय के सांखों गांव के पत्रकार सुभाष कुमार की गोली मारकर हत्या मामले के पीछे का सच एक लड़की का दोतरफा प्रेम प्रसंग सामने आया है। पत्रकार हत्याकांड का आरोपित नितेश कुमार ने खगड़िया पुलिस के सामने पर्दाफाश किया कि वह बहुआरा पंचायत का पैक्स अध्यक्ष है और पत्रकार से उसका चाचा-भतीजा का रिश्ता है। उसने पुलिस को बताया कि गांव की एक नतनी लगने वाली युवती से पत्रकार सुभाष कुमार भी करीब था और छोटी रानी सकरपुरा के नाथो महतो के बेटा का भी संबंध था। उसने बताया कि गांव के नवीन की शादी थी। देपरा बारात जाना था। विध व्यवहार में डीजे बज रहा था। उसमें पत्रकार, नाथो महतो का बेटा और वह लड़की भी नाच रही थी। उसने बताया कि कभी सुभाष लड़की के कंधे पर हाथ देकर नाच रहा था, तो कभी नाथो महतो का बेटा। इसमें दोनों के बीच लड़ाई हो गई।
पत्रकार गांव का होने के कारण उसकी पिटाई कर दी। इसी गुस्से में वह गांव गया और चार-पांच लड़के के साथ आया और सुभाष की गोली मारकर हत्या कर दी। उसने बताया कि सुभाष पहले थाना के दारोगा पर केस किया था। वह थाना आता जाता था। इसलिए दारोगा को मदद किया था। उसी दिन से पत्रकार उससे दूरी बना लिया था। बहरहाल, बेगूसराय पुलिस को आसानी से मामले के पर्दाफाश में अब सहूलियत होगी।

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